Late (Prof.) Jangleshwar Prasad
(1915-1991)
स्व. प्रो. जंगलेश्वर प्रसाद
(1915–1991)
वे ए.एन.एस. कॉलेज, बाढ़ (पटना) में व्याख्याता और हिंदी के विभागाध्यक्ष थे।
हिंदी साहित्य में उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए उन्हें स्वर्ण पदक मिला था।
वे अपनी ईमानदारी, सादगी, आत्म-अनुशासन, सरलता, सच्चाई और दृढ़ता के लिए जाने जाते थे।
वे एक वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और 2 साल के लिए जेल भी गए।
उनकी बुद्धिमत्ता, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति उनका जुनून, शिक्षा को सशक्त बनाने का अथक प्रयास, और हिंदी साहित्य, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल एवं गणित के प्रति उनकी गहरी विद्वता अतुलनीय है।
यह पृष्ठ उनके असाधारण जीवन और विरासत को श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित है और साहित्य और जीवन के विभिन्न पहलुओं में उनके कुछ महान कार्यों को साझा करता है।